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नाबार्ड से लोन कैसे ले : ग्रामीण और कृषि व्यवसाय के लिए आसान वित्तीय समाधान

अगर आप गाँव में रहते हैं और अपना खुद का पशुपालन से संबंधित व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं या आपको कृषि से संबंधित लोन चाहिए, तो आप नाबार्ड योजना का उपयोग करके कम ब्याज दरों पर सब्सिडी के साथ आसानी से बैंक से लोन प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि नाबार्ड से लोन कैसे लें, तो हमारी पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़ें।

Table of Contents

नाबार्ड योजना

नाबार्ड योजना क्या है?

नाबार्ड (NABARD) योजना, भारत में कृषि और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने के लिए एक योजना है, जिसे राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (National Bank for Agriculture and Rural Development) चलाता है। इस योजना के तहत गाय और भैंस के लिए कर्ज, डेयरी फार्मिंग, फसल उत्पादन, कृषि उपकरणों की खरीद के लिए उपकरण खरीदने के लिए कर्ज, और अन्य पशुपालन जरूरतों के लिए कर्ज दिया जाता है।

नाबार्ड योजना में कितने प्रकार के ऋण उपलब्ध हैं

नाबार्ड के तहत कई प्रकार के ऋण उपलब्ध हैं, जिनमें शामिल हैं:

  1. समग्र ऋण योजना (Composite Loan Scheme – CLS)
  2. एकीकृत ऋण योजना (Integrated Loan Scheme – ILS)
  3. पूर्व सैनिकों के लिए स्वरोजगार योजना (Self-Employment Scheme for Ex-servicemen – SEMFEX)
  4. सॉफ्ट लोन सहायता (Soft Loan Assistance)

ये योजनाएं विभिन्न कृषि और ग्रामीण विकास आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं।

नाबार्ड लोन के लिए पात्रता मानदंड निम्नलिखित हैं:

  1. निवास स्थान तथा किसान की श्रेणी: आवेदक का भारतीय नागरिक और ग्रामीण क्षेत्र में निवास होना आवश्यक है और परिवार की सालाना आय ₹1,00,000 से कम होनी चाहिए।
  2. भूमि स्वामित्व: आपके पास कम से कम दो हेक्टेयर जमीन होनी चाहिए, चाहे वह आपकी हो या किराए पर ली हो।
  3. भूमि और पशुपालन के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्धता: आवेदक के पास भूमि और पशुपालन के लिए जल, बिजली, तथा अन्य आवश्यक संसाधन उपलब्ध होने चाहिए।

नाबार्ड  लोन लेने के लिए जरूरी दस्तावेज

  1. आधार कार्ड: पशुपालक का आधार कार्ड आवश्यक है।
  2. पैन कार्ड: आवेदक का पैन कार्ड अनिवार्य है।
  3. बैंक पासबुक की फोटो कॉपी: आवेदक के बैंक खाते की पासबुक की प्रति।
  4. मोबाइल नंबर: पशुपालक का मोबाइल नंबर।
  5. स्वास्थ्य प्रमाण पत्र: पशु का स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जो पशु चिकित्सा केंद्र से प्राप्त किया जा सकता है।
  6. पशु बीमा: पशु का बीमा दस्तावेज़।
  7. प्रोजेक्ट रिपोर्ट: बड़े स्तर पर ऋण के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट आवश्यक है, जिसमें पिछले वर्ष का हिसाब-किताब, दूध उत्पादन, पशु संख्या, आय और खर्च का विवरण शामिल होता है।
  8. भूमि का पंजीकरण: भूमि का पंजीकरण और रजिस्ट्री की प्रति (बैंक या नाबार्ड द्वारा मांगी जा सकती है)।

बयाज दरें, लोन अवधि  तथा नाबार्ड सब्सिडी योजना क्या है ?

नाबार्ड से लिए गए लोन की बयाज दरें

विवरणब्याज दर
खेती के लिए छोटे समय के लिए ऋण सहायताराज्य सहकारी बैंक, RRBs, DCCBs के लिए 4.5%
बीच की अवधि के लिए बदले गए फसल के ऋणडेयरी फार्म के लिए नाबार्ड के तहत ऋण   ब्याज दरें   7% के आसपासअंतिम लाभार्थियों से वसूले जाने वाली दर से 3% कम, न्यूनतम 8.10%
प्रत्यक्ष ऋण
– वेयरहाउस इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (WIF)राज्य सरकारों के लिए बैंक दर से 1.50% कम
– अन्य संस्थाएंPLR + जोखिम प्रीमियम
वर्तमान बैंक दर6.75%
वर्तमान PLR7.75%
नाबार्ड पशुपालन लोन योजना के तहत ब्याज दरें6.5% से 8% तक

    नाबार्ड सब्सिडी योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी

डेरी फार्म के लिए : अगर नाबार्ड पशुपालन लोन योजना के अंतर्गत डेरी फार्म के लिए लोन लिया जाता है तो अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के आवेदकों को 3.5% की सब्सिडी मिलती है, जबकि अन्य आवेदकों को 25% तक की सब्सिडी प्राप्त हो सकती है। कुछ मामलों में, सब्सिडी की राशि ₹3,30,000 तक हो सकती है।


ब्याज सब्सिडी: कृषि अवसंरचना कोष के तहत दी जाने वाली 3% ब्याज छूट एक ब्याज सब्सिडी है, जो लोन की ब्याज दर को 3% तक कम करती है और यह अधिकतम 8 साल तक लागू रहती है, जिससे किसानों और कृषि उद्यमियों को वित्तीय सहायता मिलती है।

सामान्य सब्सिडी : सामान्य सब्सिडी में, नाबार्ड योजना के अंतर्गत आपको परियोजना लागत का 25% सब्सिडी मिलता है, और अगर आप अनुसूचित जाति या जनजाति के किसान हैं, तो यह सब्सिडी 33.33% तक हो सकती है।

अवधि

ऋण को 10 वर्षों में चुकाना होता है।

नाबार्ड से लोन कैसे ले: एक संपूर्ण मार्गदर्शिका

दस्तावेज़ और प्रोडक्ट रिपोर्ट की तैयारी

  • महत्वपूर्ण दस्तावेज़: बैंक जाने से पहले, कुछ आवश्यक दस्तावेज़ तैयार कर लें, जैसे कि केवाईसी, पता प्रमाण, और भूमि प्रमाण पत्र। इसके साथ ही, यह भी सुनिश्चित कर लें कि आप नाबार्ड योजना के तहत किस प्रकार का लोन लेना चाहते हैं। उदाहरणस्वरूप, आप समग्र ऋण योजना, एकीकृत ऋण योजना, पूर्व सैनिकों के लिए स्वरोजगार योजना, या सॉफ्ट लोन सहायता में से किसी एक का चयन कर सकते हैं।
  • प्रोडक्ट रिपोर्ट: अपने व्यवसाय के लिए एक संपूर्ण प्रोडक्ट रिपोर्ट तैयार करें। यदि आप नाबार्ड पशुपालन लोन योजना के तहत डेयरी फार्मिंग के लिए लोन लेना चाहते हैं, या कृषि से संबंधित लोन की आवश्यकता है, तो इस रिपोर्ट में निम्नलिखित जानकारी को शामिल करना सुनिश्चित करें।
    • डेयरी फार्मिंग लोन :
      • पशुओं की संख्या
      • दूध का अनुमानित उत्पादन और उसकी बिक्री का स्थान
      • निवेश की राशि और अनुमानित मुनाफ़ा
    • कृषि लोन:
      • कौन-कौन सी फसलों की खेती करेंगे और उनकी अनुमानित पैदावार
      • संभावित बिक्री बाज़ार
      • निवेश और संभावित लाभ

दस्तावेज़ों का संकलन

  • प्रोजेक्ट रिपोर्ट: एक योग्य सीए (chartered accountant) से प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनवाने की सलाह ली जा सकती है।
  • अतिरिक्त दस्तावेज़: सभी आवश्यक दस्तावेज़, जैसे केवाईसी, पता प्रमाण, भूमि प्रमाण पत्र आदि को एकत्र करें।

बैंक में आवेदन प्रक्रिया

  • जब आप प्रोजेक्ट रिपोर्ट तथा अन्य दस्तावेज तैयार कर लें, तब आपको निम्नलिखित बैंकों में जाना होगा:
    • वाणिज्यिक बैंक
    • क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (RRBs)
    • राज्य सहकारी बैंक
    • लघु वित्त बैंक (SFBs)
  • बैंक में संपर्क:
    बैंक पहुँचने पर, बैंक मैनेजर या किसी बैंक कर्मचारी से मिलें और नाबार्ड योजना के तहत लोन लेने के बारे में बताएं।
  • दस्तावेज़ों का सत्यापन:
    बैंक का कर्मचारी आपके सभी दस्तावेजों का सत्यापन करेगा। यदि आप पात्र होंगे, तो आपको नाबार्ड लोन एप्लीकेशन भरने के लिए बोलेगा।
  • आवेदन प्रक्रिया:
    बैंक आपके आवेदन को नाबार्ड के पास भेजेगा। नाबार्ड आपके लोन को बैंक के लिए पुनर्वित्त करेगा, जिससे बैंक आपको लोन प्रदान करेगा।
  • लोन की राशि का वितरण:
    लोन स्वीकृत होने पर, लोन राशि सीधे आपके खाते में क्रेडिट न होकर उन विक्रेताओं के खाते में क्रेडिट होगी, जिनसे आपने पशु या कृषि व्यवसाय के लिए उपकरण आदि खरीदे हैं।
  • लोन की प्राप्ति:
    इस प्रक्रिया से आप आसानी से नाबार्ड लोन प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष:

नाबार्ड योजनाओं का लाभ उठाकर गांवों में पशुपालन या कृषि से संबंधित व्यवसाय शुरू करना न केवल सरल है, बल्कि आर्थिक रूप से फायदेमंद भी है। फिलहाल इस लोन को ऑनलाइन अप्लाई नहीं किया जा सकता है; इसके लिए आपको बैंक में जाकर ही अप्लाई करना होगा। इसके अलावा, लोन के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप बैंक से संपर्क करें या फिर किसी वित्तीय सलाहकार की मदद लें।

FAQ ➖

क्या नाबार्ड लोन सीधे बैंक खाते में क्रेडिट होता है?

लोन की राशि सीधे आपके खाते में नहीं, बल्कि उस विक्रेता के खाते में क्रेडिट होती है, जहां से आपने पशु या कृषि उपकरण खरीदे हैं।

नाबार्ड लोन में सब्सिडी प्राप्त करने के लिए पात्रता क्या है?

सब्सिडी के लिए पात्रता आम तौर पर आवेदक की श्रेणी जैसे अनुसूचित जाति/जनजाति, महिला उद्यमी या छोटे और सीमांत किसान होने पर निर्भर करती है।

नाबार्ड लोन की सामान्य अवधि कितनी होती है?

नाबार्ड लोन की अवधि आमतौर पर 3 से 10 वर्षों के बीच होती है, जो परियोजना के प्रकार और वित्तीय जरूरतों पर निर्भर करती है।

नाबार्ड लोन की सामान्य अवधि कितनी होती है?

नाबार्ड लोन की अवधि आमतौर पर 3 से 10 वर्षों के बीच होती है, जो परियोजना के प्रकार और वित्तीय जरूरतों पर निर्भर करती है।

नाबार्ड डेयरी लोन एप्लीकेशन फॉर्म ऑनलाइन कैसे डाउनलोड करे?

निचे दिए गए Download लिंक पर क्लिक करके आप नाबार्ड डेयरी लोन एप्लीकेशन फॉर्म को ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हो।
Download

नाबार्ड हेल्पलाइन नंबर क्या है?

नाबार्ड का हेल्पलाइन नंबर 1800-22-9009 है। 

नाबार्ड पशुपालन योजना की अंतर्गत किन पशुओं के लिए लोन लिया जा सकता है?

नाबार्ड पशुपालन योजना के तहत, आप गाय-भैंस के लिए दुग्ध उत्पादन, बकरी-भेड़ के लिए छोटे रूमिनेंट्स, सूअर पालन और मुर्गी पालन के लिए लोन ले सकते हैं।

मैं दिनेश नाम से जाना जाता हूं और मुझे बैंकिंग उद्योग से गहरा लगाव है। इसके अतिरिक्त, मेरे पास एचडीएफसी बैंक में loan जारी करने का 3 साल का अनुभव है। my facebook id

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