बहुत से लोग आजकल पर्सनल ऋण लेते हैं, लेकिन ज्यादातर को यह नहीं पता होता कि पर्सनल ऋण के साथ इंश्योरेंस भी लिया जा सकता है। इस वजह से कई लोग इंश्योरेंस का फायदा नहीं उठा पाते और कर्ज पर मिलने वाली सुरक्षा से वंचित रह जाते हैं। इसी को देखते हुए आज हम पर्सनल लोन पर इंश्योरेंस लेने की एक विस्तृत गाइड लेकर आए है ,ताकि आप आसानी से इंश्योरेंस ले सकें जो अचानकी वित्तीय संकट में आपकी मदद कर सकती है।

पर्सनल लोन पर इंश्योरेंस क्या होता है?
इंश्योरेंस पहले से लिए गए लोन पर दी जाती है, जिससे उधार लेने वाले व्यक्ति को विशेष परिस्थितियों जैसे आपातकालीन मृत्यु तथा अक्षमता पर कर्ज की बकाया राशि पर रिहायत दी जाती है। लेकिन पर्सनल ऋण पर इंश्योरेंस लेने के लिए व्यक्ति को अतिरिक्त प्रीमियम भुगतान करना पड़ता है।
जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट
- वोटर आईडी कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- वेतन स्लिप (पिछले 3 महीने)
- आयकर रिटर्न (ITR) दस्तावेज
- बैंक स्टेटमेंट (पिछले 6 महीने)
- मेडिकल रिपोर्ट्स (यदि आवश्यक हो)
पात्रता मापदंड
- आवेदक की उम्र 18 वर्ष से लेकर 65 वर्ष तक होनी चाहिए।
- नियमित आय कास्रोत होना चाहिए।
- आवेदक का स्वास्थ्यस्थिति अच्छी होनी चाहिए।
- सिबिल स्कोर अच्छा होना चाहिए
इंश्योरेंस लेने के क्या फायदे होते हैं?
अकस्मात मृत्यु या अक्षमता के मामले में लाभ :-
इंश्योरेंस लेने पर अगर कर्ज लेने वाले व्यक्ति की अकस्मात मृत्यु हो जाती है या फिर किसी बीमारी या दुर्घटना के कारण वह कोई भी कार्य करने से असमर्थ हो जाता है तो यह इंश्योरेंस कंपनी उधार की बकाया राशि का भुगतान करती है।
नौकरी खोने की स्थिति में सहायता :-
बहुत सारी ऐसी वित्तीय संस्थाएं मौजूद हैं, जो ऐसी इंश्योरेंस पॉलिसी देती हैं जिससे लोन लेने वाला व्यक्ति यदि अपनी नौकरी खो देता है तो वह कुछ विशेष परिस्थितियों में भी लोगों के उधार की बकाया राशि का भुगतान करने में मदद करती है।
टैक्स सेविंग –
कुछ इंश्योरेंस पॉलिसी टैक्स सेविंग में भी मदद कर सकती हैं, जो कि धारा 80(C) के अंतर्गत आती हैं।
पर्सनल लोन पर इंश्योरेंस कैसे ले?
इंश्योरेंस के लिए डॉक्यूमेंट इकट्ठा करें :-
इंश्योरेंस लेने के लिए सबसे पहले आपको ऊपर बताए गए सभी डॉक्यूमेंट इकट्ठे कर लेने हैं तथा इनमें से सबसे महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट आपका मेडिकल टेस्ट रिपोर्ट है, जिसके आधार पर ही आपको इंश्योरेंस प्रदान की जाएगी।
सही वित्तीय संस्था से इंश्योरेंस लें :-
सबसे पहले आपको उसी वित्तीय संस्था से इंश्योरेंस लेनी चाहिए, जहां आपका पर्सनल लोन स्वीकृत हुआ है। इसके बाद, उस संस्था के कर्मचारी से इंश्योरेंस के लिए आवेदन करें।
इंश्योरेंस फॉर्म भरें :-
आवेदन करने के बाद कर्मचारी आपको इंश्योरेंस फॉर्म भरने के लिए कहेगा। आपको वह इंश्योरेंस फॉर्म ध्यानपूर्वक भर देना है, जिसके बाद आपको पर्सनल लोन पर इंश्योरेंस प्राप्त हो जाएगी।
पर्सनल लोन पर इंश्योरेंस को कैसे क्लेम करें?
सबसे पहले आपको उन डॉक्यूमेंट को इकट्ठा करना है जो क्लेम लेने के लिए बेहद आवश्यक हैं, जिनकी जानकारी हमने नीचे दी है:
- इंश्योरेंस पॉलिसी डॉक्यूमेंट
- ऋण समझौता और भुगतान इतिहास
- मेडिकल रिपोर्ट्स (यदि अक्षमता या बीमारी के कारण क्लेम किया जा रहा है)
- मृत्यु प्रमाण पत्र (यदि अकस्मात मृत्यु के कारण क्लेम किया जा रहा है)
वित्तीय संस्था के कर्मचारी से संपर्क करें :-
इसके बाद आपको इंश्योरेंस देने वाली वित्तीय संस्था के कर्मचारी से मिलना होगा।
क्लेम फॉर्म भरें और डॉक्यूमेंट जमा करें :-
फिर वह कर्मचारी आपको क्लेम फॉर्म भरने के लिए रहेगा तथा ऊपर बताए कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट भी क्लेम फॉर्म के साथ जमा करवाने पढ़ सकते हैं।
क्लेम प्रक्रिया और समय :-
क्लेम फॉर्म और डॉक्यूमेंट जमा करने के बाद, इंश्योरेंस कंपनी आपके क्लेम को स्वीकार या नकारेगी, और इस पूरी प्रक्रिया में 7 से 30 दिनों का समय लग सकता है।
उधार पर इंश्योरेंस से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
- यदि आपकी उम्र 50 वर्ष से ज्यादा है, तो आपका प्रीमियम बढ़ सकता है।
- आप अपनी मासिक ईएमआई में प्रीमियम की राशि जोड़ सकते हैं। जिससे आपको प्रीमियम का अलग से भुगतान करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- क्लेम के समय मेडिकल रिकॉर्ड्स और अन्य दस्तावेज जरूरी हो सकते हैं। इसमें आपकी उम्र और स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी अहम होती है।
Conclusion ➖
कर्ज पर इंश्योरेंस वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है, खासकर अप्रत्याशित वित्तीय संकट जैसे दुर्घटना, मृत्यु या बेरोजगारी की स्थिति में लोन की बकाया राशि इंश्योरेंस देने वाली वित्तीय संस्थाकर देती है, जिससे जिस व्यक्ति और उसके परिवार को वित्तीय स्थिरता मिलती है। इसीलिए हम आपको सलाह देंगे कि अगर आपने बड़ी अमाउंट में पर्सनल लोन लिया है तो आप इंश्योरेंस जरूर करवाए। वहीं, अगर आपने कम राशि का उधार लिया है, तो आप इंश्योरेंस न करवाएं।
FAQ 👍
इंश्योरेंस पर क्या – क्या कवर होता है?
अधिकांश पर्सनल लोन इंश्योरेंस पॉलिसी अकस्मात मृत्यु, गंभीर बीमारी, अक्षमता, और कभी-कभी बेरोजगारी को कवर करती हैं।
पर्सनल लोन इंश्योरेंस की प्रीमियम राशि कैसे निर्धारित होती है?
प्रीमियम राशि विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि लोन की राशि, आवेदक की उम्र, स्वास्थ्य स्थिति, और कवरेज की अवधि।