क्या आपको अचानक से पैसों की जरूरत है और आप कर्ज लेना चाहते हैं? तो आप बिल्कुल ठीक जगह पर आए हैं क्योंकि आज हम आपको प्लाट, प्रॉपर्टी तथा जमीन पर लोन कैसे ले, इसके बारे मैं जानकारी देंगे। इस उधार की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह पर्सनल ऋण के मुकाबले जल्दी और कम ब्याज पर मिल जाता है, जिससे लोन लेने वाले व्यक्ति को फायदा होता है।

प्रॉपर्टी ,जमीन या प्लाट पर लोन क्या है?
इस प्रकार का कर्ज को लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी भी कहते हैं, जिसमे आप अपने खाली प्लॉट, जमीन या किसी भी प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री को गिरवी रख कर आसानी से उधार प्राप्त कर सकते हो, फिर इस राशि का उपयोग आप व्यक्तिगत जरूरतों, उद्योग को विस्तार हेतु कर सकते हो।
कर्ज लेने के लिए कौन से बैंक अच्छे हैं?
जमीन, प्रॉपर्टी तथा प्लॉट पर लोन लेने के लिए विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों के विकल्प होते हैं। नीचे कुछ प्रमुख भारतीय बैंक और उनके प्लॉट लोन की विशेषताएं दी गई हैं:
- 1.State Bank of India (प्रॉपर्टी पर लोन SBI)
- 2. HDFC Bank ( एचडीएफसी प्रॉपर्टी लोन)
- 3. ICICI Bank
- 4. Axis Bank
- 5. Punjab National Bank (PNB)
- 6. Bank of Baroda
- 7. LIC Housing Finance
- 8. Tata Capital
- 9.IDFC First Bank
- 10. Kotak Mahindra Bank
- 11.Yes Bank
ऋण की ब्याज दरे
सभी बैंकों की अपनी-अपनी ब्याज दरें होती हैं तथा यह ब्याज दरों के कारकों पर निर्भर करती हैं, जैसे की, आपका क्रेडिट स्कोर, आय, लोन की अवधि, और बाजार की मौजूदा स्थिति।
Bank Name | Minimum Interest Rate | Maximum Interest Rate |
---|---|---|
State Bank of India | 8.50% | 10.00% |
HDFC Bank | 8.75% | 10.25% |
ICICI Bank | 8.80% | 10.30% |
Axis Bank | 8.90% | 10.35% |
Punjab National Bank | 8.60% | 10.15% |
Bank of Baroda | 8.70% | 10.20% |
LIC Housing Finance | 8.75% | 10.25% |
Tata Capital | 9.00% | 11.00% |
IDFC First Bank | 9.25% | 11.00% |
Kotak Mahindra Bank | 9.50% | 10.50% |
Yes Bank | 12.00% | 14.00% |
हमेशा ध्यान रखें कि यह ब्याज रहे हैं समय के साथ बदलती रहती हैं, इसीलिए ब्याज दरों की अधिक जानकारी के लिए नजदीकी बैंक शाखा से संपर्क करें।
जमीन, प्लाट तथा प्रॉपर्टी पर लोन के लिए पात्रता मानदंड
लेने के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण पात्रता मानदंडों को पूरा करना होता है। विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों के मानदंड थोड़े-बहुत अलग हो सकते हैं, लेकिन सामान्यतः निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करना आवश्यक होता है:
आयु सीमा :-
- नौकरीपेशा व्यक्ति (Salaried): 21 से 60 वर्ष तक
- स्वरोजगार (Self-employed): 21 से 65 वर्ष तक
मासिक आय की न्यूनतम आवश्यकता :-
- नौकरीपेशा (Salaried): ₹25,000 से ₹40,000 प्रति माह (बैंक की नीतियों के अनुसार अलग-अलग हो सकता है)
- स्वरोजगार (Self-employed): व्यापार से नियमित और स्थिर आय जरूरी
क्रेडिट स्कोर :-
अधिकांश बैंकों के लिए 700 या उससे ऊपर CIBIL स्कोर आवश्यक है, ताकि कर्ज स्वीकृत हो सकें।
स्वीकृत प्रॉपर्टी प्रकार :-
- Residential (आवासीय)
- Commercial (व्यावसायिक)
- Industrial (औद्योगिक)
- कुछ बैंक जमीन/प्लॉट पर भी उधार प्रदान करते हैं, लेकिन इसकी उपलब्धता सीमित होती है।
उधार राशि :-
बैंक आमतौर पर आपकी प्रॉपर्टी के बाजार मूल्य का 50% से 70% तक लोन प्रदान कर सकते हैं।
नौकरी और व्यवसाय की स्थिरता :-
- नौकरीपेशा (Salaried): कम से कम 2-3 साल का कार्य अनुभव आवश्यक
- स्वरोजगार (Self-employed): न्यूनतम 3-5 साल का व्यवसायिक अनुभव होना चाहिए
आवश्यक दस्तावेज़ कौन – कौन से है?
हर बैंक की उधार प्रक्रिया थोड़ी अलग हो सकती है, लेकिन आमतौर पर लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी (LAP) के लिए कुछ बुनियादी दस्तावेज़ों की जरूरत होती है, जो हमने निम्नलिखित बताए हैं।
1. पहचान प्रमाण (Identity Proof) :-
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट
- वोटर आईडी
- ड्राइविंग लाइसेंस
2. पता प्रमाण (Address Proof) :-
- आधार कार्ड
- बिजली, पानी या गैस का बिल (पिछले 2-3 महीने का)
- बैंक स्टेटमेंट
- राशन कार्ड
- रेंट एग्रीमेंट या प्रॉपर्टी टैक्स की रसीद
3. आय प्रमाण (Income Proof) :-
अगर आप नौकरीपेशा (Salaried) हैं:
- पिछले 3-6 महीने की सैलरी स्लिप
- फॉर्म 16 और पिछले 2-3 साल का इनकम टैक्स रिटर्न (ITR)
- पिछले 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट
अगर आप स्वरोजगार (Self-Employed) हैं:
- पिछले 2-3 साल का आयकर रिटर्न (ITR)
- पिछले 6-12 महीने का बैंक स्टेटमेंट
- बिजनेस रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट या GST रजिस्ट्रेशन
- बैलेंस शीट और प्रॉफिट-लॉस स्टेटमेंट
4. संपत्ति से जुड़े दस्तावेज़ (Property Documents) :-
- संपत्ति का रजिस्ट्रेशन पेपर (Sale Deed)
- प्रॉपर्टी टैक्स की हालिया रसीद
- भवन या प्लॉट का नक्शा
- ऋण के लिए गिरवी रखी जाने वाली संपत्ति की लीगल और टेक्निकल वेरिफिकेशन रिपोर्ट
5. अन्य आवश्यक दस्तावेज़ (Other Documents) :-
कुछ अतिरिक्त दस्तावेज़ भी जमा करने पड़ सकते हैं, जैसे:
- बैंक द्वारा दिया गया भरा हुआ लोन आवेदन पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- अगर कोई मौजूदा कर्ज चल रहा है, तो उसकी पूरी जानकारी देनी होगी
प्लाट, प्रॉपर्टी तथा जमीन पर लोन कैसे ले?
आप नीचे के मेथड का उपयोग करके प्रॉपर्टी, प्लॉट तथा जमीन पर लोन आसानी से ले सकते हैं। यह प्रक्रिया सभी बैंकों के लिए समान है, इसलिए आप निश्चिंत होकर किसी भी बैंक में जाकर हमारे द्वारा बताया गया प्रोसीजर को फॉलो करके लोन प्राप्त कर सकते हैं।
1. एलिजिबिलिटी चेक करें :-
सबसे पहले आपको अपनी एलिजिबिलिटी चेक करनी है, फिर उधार लेने के लिए ऊपर बताए गए किसी भी बैंक का चयन कर लेना है।
2. दस्तावेज इकट्ठा करें :-
इसके बाद, आपको ऊपर बताए गए सभी दस्तावेज इकट्ठा करके उन्हें बैंक की शाखा में जमा करना है।
3. बैंक मैनेजर से मिलें :-
इसके बाद, आपको बैंक मैनेजर से मिलना होगा और उनसे प्लॉट पर लोन लेने की रिक्वेस्ट करनी होगी।
4. रजिस्ट्री और दस्तावेज जांच :-
वह आपके प्लॉट की रजिस्ट्री की जांच करेंगे तथा आपके अन्य दस्तावेज और क्रेडिट हिस्ट्री की भी जांच करेंगे।
5. फॉर्मेलिटी पूरी करें :-
इसके बाद, वे कुछ फॉर्मेलिटी पूरी करेंगे, और आखिर में यदि आप एलिजिबल हुए तो वे आपको लोन लेने के लिए एक फॉर्म देंगे जिसे आपको भरना है।
6. फॉर्म सबमिट करें :-
फॉर्म सफलतापूर्वक भरने के बाद, उसे सबमिट कर दें।
7. ऋण अमाउंट क्रेडिट :-
कुछ दिनों के बाद, ऋणअमाउंट आपके बैंक खाते में क्रेडिट हो जाएगी।
लोन लेने के फायदे तथा नुकसान
फायदे:
- यह कर्ज पर्सनल लोन की अपेक्षा सस्ता होता है।
- इस उधार को 15 से 20 सालों के अंदर भरा जा सकता है, जबकि पर्सनल लोन की अवधि कम से कम 5 से 7 साल होती है।
- इस प्रकार के ऋण का उपयोग आप बिजनेस के लिए या फिर अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए भी कर सकते हैं।
नुकसान:
- यह ऋण होम लोन से महंगा होता है।
- इसमें आपको प्लॉट की वैल्यू के हिसाब से सिर्फ 70% का लोन मिलेगा।
निष्कर्ष:
जमीन, प्रॉपर्टी या प्लॉट पर लोन लेना अन्य लोन की तुलना में काफी आसान है। कर्ज लेने से पहले आपको हर बैंक के ब्याज दर को भी जांचना चाहिए और जो बैंक कम ब्याज दरों पर लोन दे रहा है उससे उधार अप्लाई करें। इसके अलावा, आपको यह भी ध्यान रखना है कि विभिन्न बैंकों के पास विभिन्न योजनाएं और शर्तें होती हैं, इसलिए ऋण लेने से पहले उनकी विशेष शर्तें भी जान लें, जिससे आपको बाद में किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
क्या लोन के लिए कोई अग्रिम भुगतान आवश्यक है?
हाँ, बैंक आमतौर पर प्लॉट के मूल्य का 70-80% तक का लोन प्रदान करते हैं। शेष राशि आपको अपने पास से निवेश करनी होगी।
लोन लेने पर EMI की गणना कैसे करें?
मान लीजिए आपने 10 लाख रुपये का प्लॉट लोन 9% सालाना ब्याज दर पर 15 साल के लिए लिया है। इस मामले में, आपकी मासिक EMI की गणना निम्नलिखित होगी:
EMI = ₹10,000,000 × [0.09 ÷ 12] × (1 + 0.09 ÷ 12)^(15×12) ÷ [(1 + 0.09 ÷ 12)^(15×12) – 1]
इस तरह से गणना करने पर आपको मासिक EMI और कुल पुनर्भुगतान राशि का पता चल जाएगा।